लखनऊ । जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में चुनावी समर अपने चरम पर है। ऐसे में, सभी राजनीतिक पार्टियाँ एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का राजनीतिक खेल खेलने में लगी हुई है।
लेकिन जम्मू-कश्मीर की एक जनसभा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर एक विवादित बयान देते हुए कहा कि, ‘मैं तब तक जीवित रहूंगा, जब तक पीएम मोदी सत्ता से हट नहीं जाते।’ उनके इस बयान पर सियासी गलियारों में एक तरह से हलचल सी मच गई है।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री, भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और भारतीय राजनीति के चाणक्य अमित शाह ने खड़गे के इस बयान पर आपत्ति जताते हुए अपने एक्स पर लिखा कि, ‘29 सितंबर को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी ने अपने भाषण में अभद्र भाषा के इस्तेमाल में खुद को, अपने नेताओं को और अपनी पार्टी को भी पीछे छोड़ दिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी ने अपने भाषण में बिल्कुल अरुचिकर और अपमानजनक बोलकर खुद को, अपने नेताओं को और अपनी पार्टी को मात दे दी। द्वेष का कड़वा प्रदर्शन करते हुए, उन्होंने अनावश्यक रूप से पीएम मोदी को अपने व्यक्तिगत स्वास्थ्य मामलों में यह कहकर घसीटा कि वह पीएम मोदी को सत्ता से हटाकर ही दम लेंगे।
इससे पता चलता है कि इन कांग्रेसियों के मन में पीएम मोदी से कितनी नफरत और डर है कि वे लगातार उन्हीं के बारे में सोच रहे हैं। जहाँ तक खड़गे जी के स्वास्थ्य का सवाल है, मोदी जी, मैं और हम सभी प्रार्थना करते हैं कि वह लंबा, स्वस्थ जीवन जिएँ।
वह कई वर्षों तक जीवित रहें और मोदी जी के नेतृत्व में 2047 तक एक विकसित भारत का निर्माण देखने के लिए जीवित रहें।’ ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी का अपमान किया हो। खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी की तुलना कभी ‘जहरीले साँप’ ‘झूठों के सरदार’ तो कभी रावण के सिर से की।
ऐसे तमाम बयान यह दर्शाते हैं कि सत्ता की लालची कांग्रेसियों के दिल में मोदी के प्रति सिर्फ जहर, नफरत और डर है। कुर्सी की चाहत ने गठबंधन पार्टी में सभी नैतिकता को नष्ट कर दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी जी के बारे में बयान देकर अपनी हताशा और डर दिखाया है।
खड़गे कांग्रेस के एकमात्र नेता हैं जिन पर गुस्सा नहीं आना चाहिए, बल्कि उनके लिए दुःख और अफसोस जताना चाहिए। कांग्रेसी जोंक बनकर अपने एजेंडे से एक कमजोर बूढ़े व्यक्ति को प्रताड़ित कर रहे हैं। वो कहावत है न है कि, ‘नालायक बेटा अपने बुजुर्ग बाप से उसकी आखिरी साँस तक तेल निकलवाता है।
कांग्रेस की घटिया राजनीति के शिकार हो चुके ये वही खड़गे हैं जिन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस सत्ता में आई तो आतंकवाद बढ़ेगा।’ देश की 140 करोड़ जनता का विश्वास जीत कर और दुनिया भर में भारत की एक नई पहचान बनाकर जो व्यक्ति हर स्तर पर अपनी सेवा और कार्य से खुद को साबित करके इस स्तर पर पहुँचता है,
उसे कोई भी हटा नहीं सकता। अमृतकाल में देश ही नहीं बल्कि दुनिया ने भी माना है कि मोदी और अमित शाह जैसा न कोई था, न है और न कोई होगा।