मो. शहीर
बाराबंकी । देवा मेले में कुश्ती प्रतियोगिता ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया । इस दंगल का उद्घाटन दंगल कमेटी के सचिव चौधरी अशीरुद्दीन अशरफ ने किया, जिन्होंने पहलवानों से हाथ मिलाकर प्रतियोगिता का आगाज़ किया। इस मेले में विभिन्न क्षेत्रों से आए पहलवानों ने अपने अद्भुत कौशल का प्रदर्शन किया।
प्रतियोगिता की पहली कुश्ती फतेहपुर के बबलू पहलवान और मुरादाबाद के खालिक पहलवान के बीच हुई। इस मैच में खालिक ने बबलू को पटखनी देते हुए जीत हासिल की। इसके बाद अमान फुलवारी और कलीम काला खीरी के बीच मुकाबला हुआ, जिसमें अमान ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत दर्ज की।
तीसरी कुश्ती में काली घटा पहलवान ने राना कुरेशी से मुकाबला किया, लेकिन राना ने काली घटा को मात देते हुए चित्त कर दिया। इसके बाद समीर पहलवान और रिजवान पहलवान के बीच मुकाबला बराबरी पर खत्म हुआ। इसी तरह खलील पहलवान और भराव पहलवान के बीच हुई कुश्ती भी बराबरी पर समाप्त हुई।
एक और रोमांचक मुकाबला राजा कुरैसी और काली घटा पहलवान के बीच हुआ, जिसमें राजा कुरैसी ने अपनी जीत का परचम लहराया। सबसे अंत में पंजाब के मोनू पहलवान और अलीगढ़ के साबिर पहलवान के बीच एक दिलचस्प कुश्ती का आयोजन हुआ, जिसमें मोनू ने साबिर को मात देकर मुकाबला जीत लिया।
प्रतियोगिता में दर्शकों की भीड़ उत्साह से भरी रही, जिसने हर मुकाबले का आनंद लिया। कमेटी के सदस्य फव्वाद किदवाई, शिब्बू चौधरी, एडवोकेट गामा पहलवान, और अशोक कुमार जैसे गणमान्य लोग इस आयोजन में उपस्थित रहे, जिन्होंने पहलवानों का उत्साह बढ़ाया।
देवा मेले की यह कुश्ती प्रतियोगिता न केवल खेल के प्रति प्रेम को दर्शाती है, बल्कि स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को भी सहेजती है। ऐसे आयोजनों से युवाओं को प्रेरणा मिलती है और कुश्ती के प्रति रुचि बढ़ती है। आगे भी इस तरह की प्रतियोगिताओं के आयोजन की उम्मीद है, जो स्थानीय पहलवानों को आगे बढ़ाने में मददगार साबित होंगी।