ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
लखनऊ। फीनिक्स पलासियो में चल रहे फीनिक्स फेस्टिवल के अंतर्गत 13 अक्टूबर की शाम सूफी संगीत के दीवानों के लिए विशेष रूप से आयोजित ‘बिस्मिल की महफिल’ ने एक अद्भुत माहौल बना दिया। इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध सूफी गायक बिस्मिल ने अपनी जादुई आवाज से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया
बिस्मिल ने अपनी प्रस्तुति की शुरुआत ‘काली काली जुल्फों के फंदे’ गाकर की, जिसने सभी के दिलों में गहराई से छवि छोड़ी। इस खूबसूरत शाम के दौरान, उन्होंने कई यादगार सूफी गाने पेश किए, जिससे दर्शकों का रोमांच बढ़ता गया। हर गाने पर तालियों की गड़गड़ाहट ने माहौल को और भी खुशनुमा बना दिया।
फीनिक्स मिल्स के सीनियर सेंटर डायरेक्टर, श्री संजीव सरीन ने कहा, “हमें इस तरह की सांस्कृतिक शाम का आयोजन कर बहुत खुशी हो रही है। ‘बिस्मिल की महफिल’ एक अविस्मरणीय अनुभव रहा। मेहमानों की सकारात्मक प्रतिक्रिया हमें भविष्य में और अधिक ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रेरित करती है।”
इस संगीतमय शाम को खास बनाने में फ़ूड पार्टनर ईशारा, दोबारा और एट ने अहम भूमिका निभाई। उनके स्वादिष्ट व्यंजनों ने इस शाम का आनंद दोगुना कर दिया।
फीनिक्स पलासियो सभी उपस्थित लोगों और भागीदारों का हार्दिक धन्यवाद करता है और सभी को आगामी कार्यक्रमों में शामिल होने का आमंत्रण देता है। फीनिक्स फेस्टिवल का हिस्सा बनकर आप भी इस सांस्कृतिक यात्रा का आनंद ले सकते हैं।