लखनऊ : सार्वजनिक स्थलों को सुरक्षित और अनुशासित बनाने के उद्देश्य से हरदोई जिले की पुलिस ने एक विशेष अभियान चलाया है। पुलिस अधीक्षक के निर्देशों के अनुसार, जिले के विभिन्न सर्किलों में शराब का सेवन कर रहे व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की गई
सर्किलवार कार्रवाई की गई :-
सर्किल नगर :- यहां की कोतवाली शहर, कोतवाली देहात और सुरसा थानों ने मिलकर 27 स्थानों पर 363 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की। इस दौरान 09 व्यक्तियों को चेतावनी देकर छोड़ा गया, जबकि 06 व्यक्तियों को हिरासत में लेकर वैधानिक कार्रवाई की गई। इसके साथ ही, यातायात को सुगम बनाने के लिए 03 स्थानों से अवैध अतिक्रमण भी हटवाया गया
सर्किल बघौली :- बघौली के थानों ने 08 स्थानों पर 59 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की। यहां पर 05 व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया और आवश्यक कार्रवाई की गई। एक स्थान से अवैध अतिक्रमण भी हटवाया गया।
सर्किल बिलग्राम :- इस सर्किल में 15 स्थानों पर 163 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की गई। 01 व्यक्ति को थाने पर लाकर हिदायत देकर छोड़ा गया और 09 व्यक्तियों को शराब सेवन के आरोप में हिरासत में लिया गया। यहां भी 03 स्थानों से अतिक्रमण हटाया गया।
सर्किल सण्डीला :- सण्डीला क्षेत्र में 07 स्थानों पर 121 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की गई। 02 व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया और आवश्यक कार्रवाई की गई। इसके अलावा, अवैध अतिक्रमण हटाने का कार्य किया गया।
सर्किल हरपालपुर :- इस सर्किल ने 08 स्थानों पर 112 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की। 09 व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया, साथ ही 09 स्थानों से अतिक्रमण भी हटाया गया।
सर्किल शाहाबाद :- यहां पर 12 स्थानों पर 134 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की गई और 07 व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया। अवैध अतिक्रमण हटाने का कार्य भी जारी रहा।
सर्किल हरियावां :- इस सर्किल में 13 स्थानों पर 158 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की गई, जिसमें 30 व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया। साथ ही, अवैध अतिक्रमण हटाया गया।
कुल कार्रवाई का विवरण :- इस अभियान के अंतर्गत कुल 90 स्थानों पर 1110 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की गई। 19 व्यक्तियों को चेतावनी देकर छोड़ा गया और 65 व्यक्तियों को शराब सेवन के आरोप में हिरासत में लिया गया। इसके साथ ही, 16 स्थानों से अवैध अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की गई।
पुलिस द्वारा यह अभियान न केवल सार्वजनिक स्थलों की सुरक्षा और स्वच्छता को सुनिश्चित करने के लिए, बल्कि यातायात को सुगम बनाने के लिए भी चलाया गया है। अधिकारियों का मानना है कि इस प्रकार की कार्रवाई से समाज में अनुशासन और शांति स्थापित होगी।