संवाददाता रिजवान अहमद
मसौली बाराबंकी । जिले की जनसंख्या लाखों में है, लेकिन चंद लोग ही रक्तदान करने को लेकर जागरूक हैं। यह चंद लोग ही लाखों पर भारी हैं। यह न रात देखते हैं और न दिन।
जब भी किसी मरीज को रक्त की आवश्यकता पड़ती है वे दौड़े-दौड़े चले जाते हैं। महादान करना इनकी आदत में आ चुका है। ऐसे ही एक महादानी जिला अस्पताल मे audiologist संदीप गुप्ता ने पांचवी बार बी ग्रुप का ब्लड डोनेट कर महादानी बने ।
सच है यह भी है कि किसी भी इंसान के अंदर रक्त की कमी को दूसरे इंसान के रक्त से ही पूरा किया जा सकता है। हालांकि हमारे समाज में ऐसे कई लोग हैं जो रक्तदान करने से बचते हैं।
इसके पीछे कोई बड़ा कारण नहीं होता। जिले के ऐसे कुछ महादानी है कि वाट्सप ग्रुप पर सूचना मिलते ही रक्तदान करने पहुंच जाते है और रक्तदान कर लोगों की जान बचा लेते है।
आज हम ऐसे ही महादानी की बात कर रहे है जो पाँचवी बार अपने बी group का blood donation कर गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति के लिए भगवान बन गये।
जिला अस्पताल मे नाक कान व गला विभाग के ऑडियोलॉजिस्ट संदीप गुप्त ने बुधवार को एक मिडिया ग्रुप पर राहुल त्रिपाठी के मैसेज को देखा जिसमे परिवार के सदस्य के लिए बी – ग्रुप के ब्लेड की आवश्यकता है पर तुरंत अस्पताल पहुंच कर भर्ती मरीज को खुशी खुशी ब्लड डोनेट कर महादानी बन गये।
संदीप गुप्ता ने बताया कि य़ह मेरा सौभाग्य की मेरा रक्त समूह बी निगेटिव है और समाज में इस रक्त समूह के कम लोग है जिस की वज़ह से इस तरह के मरीजों को कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है
जिसके लिए मैं हर वक्त इस तरह के कार्य के लिए खड़ा रहता हूं अभी पिछले 16 मई 2024 को मैंने आखिरी बार रक्त दान किया था।अब तक पांच बार रक्तदान कर चुका हूं। हमें बहुत खुशी मिली है कि मेरे द्वारा दिए गए ख़ून से दूसरे की जान बच गई है।