प्रेम कैसा हो यह कला गोपियों और विदुर से सीखिये, भक्ति का फल सुख-सुविधा प्राप्त करना नहीं और न ही समस्याओं का समाधान है, ये तो प्रेमानन्द में डूबने का नाम हैः ब्रह्मचारी सच्चिदानन्द Read More »