अहमदपुर, बाराबंकी । अहमदपुर जनपद बाराबंकी के थाना जैदपुर अंतर्गत कस्बा अहमदपुर में बड़े ही अकीदत व धूम धाम से बारह रबील अव्वल ( जश्ने ईद मिलाद-उन नबी ) मनाया गया, इस्लाम धर्म के पैगम्बर हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम के जन्मदिन ( यौम ए पैदाइस) पर सोमवार को कस्बा अहमदपुर में जुलूस-ए-मोहम्मदी बड़े ही संजीदगी, सरलता के साथ बड़े आक़िदत व मुहब्बत से निकाला गया जिसमें सरकार की आमद मरहब्बा, लब्बैक या रसूल्लाह नारों की सदओं मे नात पढ़ते हुए जुलूस-ए-मोहम्मदी, का जुलूस निकला गया,
आपको बताते चले कस्बा अहमदपुर मे बारहवी वी की शब, रविवार रात में अपने नबी की आमद की खुशी में पूरा गाँव दुल्हन की तरह सजाया गया, गली-गली हर मोहोल्लों को लाइटों, झालरों से सजाया गया लोगों ने अपने अपने चौकों पर व अपने घर के दरवाजों पर काबा, मदीना, रौज़ा ए इमाम हुसैन, अजमेर शरीफ रौज़ा बगदाद शरीफ जैसे नक़्शे( मॉडल ) बेहतरीन नक्कासी डिज़ाइन में नक्शे रख कर अपने नबी सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम के सच्चे गुलाम होनें का सबूत पेश किया, गाँव की सारी गलियां सारे चौरहे सभी चौकों को लाइटों झालरों से सजाया गया था ऐसा लग रहा था
जैसे पुरे कस्बे मे रौनक बरस रही हो, बेहतरीन सजावत व थर्माकोल से बनाये गए एक से बढ़ कर एक खूबसूरत नक़्शौ को देखनें के लिए आस-पास के गावों के लोगों की भीड़ रात भर चलती रही, जगह जगह लोगों के लिए कॉफी, चाय, पुलाव का भी इतज़ाम किया गया, सोमवार सुबह मदरसा इस्लामिया अलै सुन्नत मज़हरुल उलूम से जुलूस ए मुहम्मदी बड़े ही अकीदत व एहतराम के साथ नारों की सादओं व प्यारे अंदाज अपने नबी की नातें पढ़ते हुए नूर की बारिश मे नहाये दीवानों का हुज़ूम हाथों मे झंडे ले कर नबी पर सलाम नात पड़ते हुए निकले वो मंज़र देखने के लायक था क्या बच्चे बुज़ुर्ग नौजवान सभी नबी की आमद की खुशियाँ मना रहे थे, हर तरफ फिज़ाओ मे इत्र व फूलों की खुशबू के साथ नबी का जुलूस निकला गया जगह जगह पर पुलाव, चाय, कॉफी शरबत, पानी का इंतेज़ाम कर लोगों में बांटा जा रहा था,
नबी की विलादत की ख़ुशी में लोग एक दूसरे को मुबारकबाद पेश कर रहे थे।कस्बे में निकले जुलूस ए मुहम्मदी में शामिल लोग आपसी सद्भाव और भाई चारे व अमनों अमान का पैगाम लोगों में आम करते हुए चल रहे थे, जुलूस एक मीनारा मस्जिद से शुरु होकर गौरी नगर ,पस्टोलवा ,तेलयानी शरीफ , देवकाली तिराहा , शहीद नगर, मोमिनमियां चौक, चंदा मामा चौक के रास्ते बाजार होता हुआ मदरसा इस्लामिया अलै सुन्नत मज़हरुल उलूम के पास आकर सलातों सलाम पढ़ा गया मुल्के हिंदुस्तान की तरक्की के लिए ,
अमनों अमान भाई चारे की दुआएं मांग कर जुलूस ए मुहम्मदी को समाप्त किया गया। वही अहमदपुर के जिम्मेदार लोगों की बड़े ही सूझबूझ से इस पुरे काम को अंजाम दिया जो कि एक सराहनीय कार्य है इस पर पुलिस प्रशासन ने भूरी भूरी प्रशंसा, इसी दौरान मौलाना मुहम्मद इमरान मिस्बाही व करी इमामुद्दीन मौलाना आदिल मिस्बाही नें अपनी तकरीर के दौरान पैगम्बर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम की ज़िन्दगी के बारे में बताया और उनके द्वारा बताये गये रास्ते पर चलने की बात कही और साथ ही साथ बताया कि, ज़ब मेरे नबी दुनिया में तशरीफ़ नहीं लाये थे,
आज से चौदह सौ साल पहले औरतों बहन, बेटियों पर बहुत जुल्मों सितम किये जाते थे उन्हें ज़िंदा जला दिया जाता था, नशा शराब, झूठ,अय्याशी सब आम थी मगर ज़ब प्यारे नबी दुनिया में तशरीफ़ लाये ज़ब अपने नुबुवत का एलान किया बहुत मेहनतों मशक्क़त के बाद औरतों बहन बेटियों को इज़्ज़त मिली तमाम गलत कामों से छुटकारा मिला, और बताया इस्लाम धर्म एक अमन सांती का पैगाम देता है साथ ही देश और दुनिया में अमन और शान्ति के लिए दुआ की गई।
आपको बता दें कि पैगम्बर-ए-इस्लाम मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम का जन्म यौमे पैदाइश इस्लामिक माह रबीउल अव्वल की बारह तारीख को हुआ था। मुस्लिम समुदाय के लोग इस दिन को जश्न के रूप में मनाते हैं।
जुलूस के दौरान :-
प्रधान कलीमुद्दीन अहमद, मास्टर नूरुद्दीन, हलीम. चौधरी, हाजी सिराजुद्दीन,नातखा आमिर रज़ा इस्माइली रामपूरी , हाजी सिराजुद्दीन, , मास्टर सगीर , डॉ0 सलमान, डॉ0 गुफरान ‘ हाजी नूरुद्दीन, मौलाना मुहम्मद कबीर , शहाबुद्दीन स्माइली, दानिश कुरैशी , अदनान अंसारी, फैज़ुद्दीन मालिक, युसूफ मोईन, नवाज़ इस्माइली , मुहम्मद सुल्तान ‘ कैफ़ी सहित हज़ारों कि संख्या में लोग मौजूद रहे !
वही पुलिस प्रशासन की लोगों नें प्रशंसा की ,सुरक्षा कों मद्देनज़र देखते हुए अहमदपुर चौकी प्रभारी , सौम्य कुमार जायसवाल, एसआई योगेंद्र मिश्रा, हेड कांस्टेबल विक्रमाजीत यादव, हेड कांस्टेबल विक्रम सिंह, कांस्टेबल सुजीत कुमार व कांस्टेबल शुभम् कुमार सहित भारी पुलिस बल मौजूद रहा।