बाराबंकी । अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने एक बार फिर अपनी धर्मनिरपेक्ष और सामाजिक समरसता की विचारधारा को प्रकट किया। प्रदेश में अल्पसंख्यक सभा के सचिव कय्यूम प्रधान को पार्टी कार्यालय में बुलाकर *अखिलेश यादव* ने उन्हें एक चादर भेंट की, जिसे दरगाह देवा शरीफ में चल रहे उर्स के अवसर पर चढ़ाने का निर्देश दिया। इस पवित्र आयोजन का उद्देश्य न केवल धार्मिक आस्था का पालन था, बल्कि सामाजिक एकता और भाईचारे को बढ़ावा देना भी था।
अखिलेश यादव का संदेश अमन और भाईचारे की स्थापना :-
अखिलेश यादव ने इस अवसर पर स्पष्ट किया कि इस चादर चढ़ाने की परंपरा से मानवीय भावनाएं और सद्भावना बढ़ती है। उन्होंने समाज में शांति, भाईचारे और अमन को बढ़ावा देने की अपील की। इस प्रकार के धार्मिक आयोजन न केवल आस्था का प्रतीक हैं बल्कि यह समाज में एकता के संदेश का माध्यम भी बनते हैं। अखिलेश यादव का यह कदम *समाजवादी पार्टी* के धर्मनिरपेक्ष दृष्टिकोण को भी दर्शाता है, जिसमें सभी वर्गों का समान महत्व है।
देवा शरीफ दरगाह पर चादर चढ़ाने का महत्व :-
देवा शरीफ दरगाह पर चादर चढ़ाना उर्स के समय एक खास परंपरा मानी जाती है। यहाँ हर साल हजारों लोग अपनी मन्नतों और दुआओं के साथ चादर चढ़ाने आते हैं। अखिलेश ने अपने पार्टी के सचिव कय्यूम प्रधान को चादर भेंट करके *समाजवादी पार्टी* की जन-सरोकारों के प्रति प्रतिबद्धता को और भी स्पष्ट किया। उर्स के मौके पर दरगाह देवा शरीफ में चादर चढ़ाना समाज में सौहार्द, भाईचारे और मानवता का संदेश देता है।
समाजवादी पार्टी की विचारधारा: सभी धर्मों का समान सम्मान :-
अखिलेश यादव का यह कदम उनकी विचारधारा और उनके नेतृत्व में समाजवादी पार्टी की नीतियों को प्रदर्शित करता है। उन्होंने बताया कि समाजवादी पार्टी हमेशा से सभी धर्मों और वर्गों के बीच सौहार्द और समरसता बनाए रखने का पक्षधर रही है। उनका मानना है कि हर धर्म और समुदाय को एकजुट होकर देश और प्रदेश की तरक्की में योगदान देना चाहिए। पार्टी के सचिव *कय्यूम प्रधान* ने श्री यादव के प्रति आभार जताते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में समाजवादी पार्टी अल्पसंख्यक समुदाय के हितों के प्रति संवेदनशील है और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर है।
उर्स पर एकजुटता का संदेश और अखिलेश यादव की अपील :-
अखिलेश यादव ने कहा कि सभी धर्मों और समुदायों को मिलकर एक ऐसा समाज बनाना चाहिए जहाँ बिना किसी भेदभाव के सब मिल-जुलकर रह सकें। उर्स के इस अवसर पर उनकी यह अपील एकता और शांति का संदेश दे रही है। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को उर्स की बधाई दी और सभी से समाज में सौहार्द बनाए रखने का अनुरोध किया।
अंततः अखिलेश यादव* का यह कदम समाज में एक सकारात्मक दृष्टिकोण स्थापित करने के लिए उठाया गया है।*समाजवादी पार्टी ने इस आयोजन के माध्यम से यह संदेश दिया कि वह सभी वर्गों के साथ खड़ी है और एकता, अमन, और भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए कटिबद्ध है।