“देवा शरीफ मेला: आस्था और संस्कृति का अद्भुत संगम, जिलाधिकारी

बाराबंकी, देवा शरीफ

बाराबंकी, देवा शरीफ शुक्रवार को जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने हाजी वारिस अली शाह की मजार पर चादर चढ़ाकर अमन-चैन की दुआ की। इस अवसर पर जिलाधिकारी सतेंद्र कुमार, पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार, एडीएम, एसडीएम और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने मजार पर पहुंचकर चादर चढ़ाई।

मेले का उद्घाटन जिलाधिकारी की पत्नी, डॉक्टर सुप्रिया कुमारी ने फीता काटकर किया। उद्घाटन के साथ ही मेला परिसर में दूर-दूर से आए जायरीन की आमद शुरू हो गई। कोलकाता, कानपुर, मेरठ और अन्य प्रांतों से श्रद्धालु मेले में भाग लेने के लिए पहुंचे हैं। मेले में भारी भीड़ देखी जा रही है, जो इस आयोजन की लोकप्रियता को दर्शाता है।

रविवार को चादरपोशी के कार्यक्रम में बाराबंकी जिला प्रशासन के सभी बड़े अधिकारी मौजूद रहे। क़व्वाली और बैंड-बाजा की धुनों के साथ इस समारोह ने माहौल को और भी खुशनुमा बना दिया। देवा शरीफ का यह मेला विश्व प्रसिद्ध है और यहां पर हर साल हजारों लोग आते हैं।

बाराबंकी, देवा शरीफ
जिलाधिकारी ने चढ़ाई हाजी वारिस अली शाह की मजार पर चादर

इस बार के मेले में विशेष आयोजन के रूप में शुक्रवार को मेगा नाइट और शनिवार को मुशायरा का आयोजन किया जाएगा। ये कार्यक्रम मेले की रौनक को और बढ़ाते हैं, और यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मनोरंजन का बढ़िया साधन साबित होते हैं। 

दिन के समय हाकी दंगल और बैडमिंटन टूर्नामेंट का आयोजन किया जा रहा है, जिससे युवा खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिल रहा है। शाम के समय रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जो मेले की चमक को और बढ़ा देते हैं।

बाराबंकी, देवा शरीफ
जिलाधिकारी ने चढ़ाई हाजी वारिस अली शाह की मजार पर चादर

देवा शरीफ का मेला केवल धार्मिक आस्था का केंद्र नहीं है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक उत्सव भी है, जो विभिन्न समुदायों के लोगों को एक साथ लाता है। इस मेले की प्रसिद्धि और अद्वितीयता इसे बाराबंकी का एक प्रमुख आयोजन बनाती है, जिसमें श्रद्धालु अपनी आस्था के साथ शामिल होते हैं।

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Author: TSOI

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