लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के अभियांत्रिकी एवं तकनीकी संकाय में हाल ही में AWS क्लाउड कैंप का आयोजन किया गया, जिसमें विशेष रूप से ईसी2 (इलास्टिक कंप्यूट क्लाउड) और लिनक्स कमांड लाइन इंटरफेस (सीएलआई) पर वर्कशॉप आयोजित की गई।
इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एडब्लूएस क्लाउड कैप्टन रंजीत सिंह रहे, जिन्होंने प्रतिभागियों को अमेजन वेब सर्विसेज के उपयोग और इसके लाभों के बारे में गहन जानकारी प्रदान की।
रंजीत सिंह ने बताया कि ईसी2 एक अत्याधुनिक वेब सेवा है, जो उपयोगकर्ताओं को वर्चुअल सर्वर स्थापित करने और विभिन्न प्रकार के अनुप्रयोगों को चलाने में मदद करती है। उन्होंने ईसी2 की विशेषताओं, जैसे ईबीएस (इलास्टिक ब्लॉक स्टोर), सुरक्षा फीचर्स, और विभिन्न इंस्टेंस प्रकारों का विस्तृत परिचय दिया।
इन विशेषताओं के माध्यम से उपयोगकर्ता सॉफ्टवेयर विकास और बड़े पैमाने पर डेटा प्रोसेसिंग के कार्यों को आसानी से कर सकते हैं।वर्कशॉप में लिनक्स सीएलआई के महत्व पर भी चर्चा की गई।

रंजीत सिंह ने बताया कि यह टेक्स्ट-आधारित इंटरफेस उपयोगकर्ताओं को लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ संवाद करने की सुविधा देता है, जिससे वे अपने सिस्टम का नियंत्रण और प्रबंधन बेहतर तरीके से कर सकते हैं। इस तकनीक का उपयोग व्यवसायों के लिए स्केलेबिलिटी, डेटा प्रोसेसिंग और संसाधनों के अनुकूलन में महत्वपूर्ण साबित होता है।
कार्यक्रम में लाइव डेमो और हैंड्स-ऑन प्रोजेक्ट्स का आयोजन किया गया, जिसके जरिए प्रतिभागियों ने सीखा कि कैसे ईसी2 का उपयोग करके बड़े पैमाने पर सर्वर तैनात किए जा सकते हैं और लिनक्स सीएलआई के माध्यम से उनका कुशल प्रबंधन किया जा सकता है।
इसके अलावा, उन्होंने क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर का उपयोग करते हुए लागत-कुशलता और ऑटोमेशन के लाभों को भी समझा, जो आईटी इंडस्ट्री में संचालन में सुधार के लिए आवश्यक हैं। इस वर्कशॉप में 250 से अधिक छात्रों ने भाग लिया, जो क्लाउड कंप्यूटिंग के क्षेत्र में अपने करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के इच्छुक हैं।

यह कार्यक्रम छात्रों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण सिद्ध हुआ, क्योंकि यह उन्हें नवीनतम तकनीकों और उपकरणों के साथ अपने ज्ञान को अपडेट करने का एक अद्वितीय अवसर प्रदान करता है।
लखनऊ विश्वविद्यालय के इस आयोजन ने न केवल छात्रों के लिए सीखने के नए अवसर खोले, बल्कि उन्हें उद्योग की आवश्यकताओं के साथ भी जोड़ा, जिससे वे अपने भविष्य के करियर में सफल हो सकें
