कन्नौज । बीते कुछ दिनों से जहां कन्नौज जिले में आवारा और जानलेवा हमला करने वाले जानवरों से ग्रामीणों में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं बीती सायं जिले के एक गांव में एक विशालकाय अजगर द्वारा नीलगाय के बच्चे को निगल लिये जाने की घटना से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया।
ग्रामीणों की सूचना के बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम और पुलिस पहुंच गई थी। बताते चलें कि, बीते कुछ समय से कन्नौज जिले के थाना विशुनगढ़ क्षेत्र में पहले कथित हमलावर भेड़िये और अन्य जानवरों के हमले से ग्रामीणों में हड़कंप मचा रहा, वहीं बीते तीन चार दिनों से जिले के थाना ठठिया क्षेत्र के तीन से चार गांव में ग्रामीण आवारा और जानलेवा हमला करने वाले जानवरों के हमले से परेशान हैं।

ग्रामीण जहां रात रात भर जाग कर स्वयं के साथ साथ अपने परिवार और पालतू मवेशियों की सुरक्षा करने को रात रात भर डंडे आदि लेकर पहरा दे रहे हैं, वहीं जागते रहो, जागते रहो, की आवाजें पूरे पूरे गांव में साफ तौर पर सुनी जा सकती हैं। इन ग्रामीणों की रात की चहलकदमी से इनके गांव में खौफ आसानी से देखा और महसूस किया जा सकता है।
हांलाकि, उपरोक्त मामले में जिले के वन विभाग के अधिकारी, विभागीय टीम के साथ साथ पुलिस भी कहीं भी भेड़िया नहीं होने की बात कह रहे हैं। जो घटनायें घटित हुईं, उनमें अन्य जानवर के हमले की बात कही जा रही है। अभी ग्रामीणों के अंदर आवारा जानवरों को लेकर जहां भय व्याप्त है,

वहीं बीती सायं ठठिया क्षेत्र में एक गांव में विशालकाय अजगर के निकलने और नीलगाय का एक बच्चा निगल लिये जाने की सूचना पर ग्रामीणों में एक बार फिर हड़कंप मच गया। मामला ठठिया थाना क्षेत्र के गांव सिसैयनपुर्वा गांव का बताया गया है। यहां बीती सायं एक विशालकाय अजगर ने एक नीलगाय के बच्चे को निगल लिया।
घटना की सूचना पर ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। जिसके बाद मौके पर ग्रामीणों का हुजूम लाठी डंडे लेकर पहुंच गया। विशालकाय अजगर को ग्रामीणों ने चारो ओर से घेर लिया। वन विभाग की टीम के अलावा पुलिस को भी मामले की सूचना दी गई।

जानकारी के बाद विभागीय टीम के दो वनकर्मी और पुलिस मौके पहुंचे। यहां ग्रामीणों ने किसी प्रकार अजगर का निवाला बने नीलगाय के बच्चे को बाहर निकाला, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
जिसके बाद ग्रामीणों ने अजगर को कड़ी मशक्कत करके वन कर्मियों के सहयोग से पकड़ने के बाद जंगल में छोड़वा दिया है। इस दौरान ग्रामीणों की भरी भीड़ जुटी रही
