मसौली बाराबंकी। मोहर्रम थाना क्षेत्र के कस्बा साआदतगंज मे मजलिस को लेकर बीते काफी दिनों से चल रहे विवाद को लेकर सोमवार को थाना परिसर मे बुलाई गयी बैठक मे एक एक घंटे मजलिस पढ़ने के लिए आपसी सहमति बनी है। प्रभारी निरीक्षक अरुण प्रताप सिंह ने आज हुए समझौते को थाने के रजिस्टर मे दर्ज कराते हुए मिलजुल त्यौहार को मनाने की अपील की।
उपजिलाधिकारी सिरौलीगौसपुर आनंद तिवारी, पुलिस क्षेत्राधिकारी आलोक पाठक की मौजूदगी मे थाना परिसर मे हुई बैठक मे इस बात की सहमति बनी है कि दोनो पक्ष के लोग एक एक घंटे की मजलिस पढ़ेंगे।
बताते चले की कस्बा साआदतगंज स्थित पचासा इमामबाड़ा मे बीते 15 वर्षो से मोहर्रम का चांद निकलने के बाद मौलाना असरार मजलिस पढ़ते है
जो आला हजरत को मानने वाले होने के कारण आला हजरत के नारे लगाते है जिसको लेकर मोहर्रम कमेटी के चौधरी तौकीर एव उनके समर्थको को मजलिस के दौरान आला हजरत के नारे लगाने का विरोध शुरु किया जिसको लेकर बीते एक पखवाड़ा के बीच दो बैठके हो चुकी है ।
रविवार को मोहर्रम का चांद निकलते ही जहां हजरत इमाम हुसैन की शहादत के शोक मे है वही रविवार को मोहल्ला पचासा मे आयोजित मजलिस मौलाना असरार की जगह चौधरी तौकीर के ग्रुप के ताजुद्दीन ने शुरु कर दी।
जिससे दोनो लोगो मे तनाव बढ़ गया मामला कुछ आगे बढ़ता जिससे पूर्व मौक़े पर पहुंचे चौकी प्रभारी राजेश गुप्ता ने मामले को शांत कराया तथा सोमवार को दोनो पक्षों को थाना मुख्यालय बुलाकर उपजिलाधिकारी सिरौलीगौसपुर आनंद तिवारी, पुलिस क्षेत्राधिकारी आलोक त्रिपाठी ने दोनो पक्षों की बाते सुनते हुए दोनो पक्ष इस बात से सहमति हुए कि मगरिब की नमाज के बाद ताजुद्दीन मजलिस पढ़ेंगे तथा बाद नमाज इशा के बाद मौलाना असरार मजलिस पढ़ेंगे। दोनो पक्षों की लिखापढ़ी के बाद प्रभारी निरीक्षक अरुण प्रताप सिंह ने दोनो पक्षों के बीच हुए समझौते की कॉपी त्यौहार रजिस्टर मे चस्पा करा दी है।
बैठक मे चौकी प्रभारी राजेश कुमार गुप्ता, समाजसेवी इरफ़ान सेठ, प्रधान साआदतगंज कलीम चौधरी, बीडीसी अबरार अहमद, मौलाना असरार अहमद, मो0 सलमान, तौकीर चौधरी सहित कस्बे के तमाम लोग मौजूद रहे।
